इस बार छात्र-शिक्षक अनुपात या उनकी संख्या के आधार पर नहीं, बल्कि विषयों के आधार पर रेशनलाइजेशन होगा। हर स्कूल में एक विषय के एक ही शिक्षक होंगे।
यह रेशनलाइजेशन पंचायत स्तर पर, प्रखंड स्तर पर या फिर जिला स्तर पर होगा, इस पर अंतिम निर्णय लिया जाना है।