चार दिवसीय इस अनुष्ठान के पहले दिन मंगलवार को जहां व्रतियों ने 'नहाय-खाय' के बाद संकल्प लेकर व्रत प्रारंभ किया, वहीं व्रत के दूसरे दिन बुधवार को खरना पर उल्लास दिखा।
शहर में 100 से ज्यादा घाटों के अलावा 45 तालाबों में छठव्रतियों के भगवान भास्कर को अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है।